अदना सा मंडी व्यापारी बन गया पोस्ता माफिया, पोस्ता की छनाई कर निकाल रहा धोला पाली -पोस्ता की आड़ में अवैध धोला पाली की तस्करी का सम्राज्य _ पूर्व में हुई कार्रवाई के बावजूद बेखौफ हैं सुबोध बंसाली

नीमच। कृषि उपज मंडी का चर्चित दो नम्बरी करोबारी इन दिनो अपने दो नम्बर के व्यापार को लेकर फिर सुर्खियो  में बना हुआ। बिना लाइसेंस पोस्ता छनाई कर रहा है । पोस्ता की छनाई के पश्चात जो कचरा निकलता है उसे धोला पाली कहा जाता है  ।लेकिन इसमें अफ़ीम के कुछ अंश रह जाते हैं जिसका विनष्टीकरण किया जाना चाहिए। जो कि इनके द्वारा ऐसा किया नही जा रहा है।
 साल 2015-16 में डोडा चूरा की सरकारी खरीदी बंद होने से डोडा चूरा, घोलापाली और रिजेक्शन पर आबकारी विभाग का नियंत्रण समाप्त हो गया था और पोस्ता छानने के लिए कारोबारियों को दिए जाने वाले पीएस-2 अनुज्ञप्तियों को निरस्त कर लायसेंस बनाने की प्रक्रिया को बंद कर दिया था। उसके बावजूद भी  सुबोध भंसाली  और धीरेन्द्र  पोस्ता मंडी में  बड़ी मात्रा में पोस्ता खरीद कर छानने का कार्य कर रहे हैं  व्यापारी द्वारा पोस्ता की छनाई की जा रही हैं । सूत्रों की हवाले से ये कहा जाता है की बड़ी मात्रा में धोला पाली की तस्करी की जाने शंका है।  सुबोध बंसाली पोस्ता मंडी से 100- 200 बोरी माल प्रतिदिन खरीदता है जिसे वह अपने गोदाम ले जाकर छनाई कर धुला पाली निकाल रहा है।
पूर्व में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो नीमच-मंदसौर की टीम  ने इन दोनोपर संयुक्त कार्रवाई की थी  नीमच के इंडस्ट्री एरिया में स्थित सुबोध भंसाली गोदाम व कनावटी में धीरेंद्र इंटरप्राइजेज के गोदाम  पर दबिश दी थी ।इस दौरान 2 लोडिंग टेम्पो भरकर काला पोस्ता दाना और रिजेक्शन जप्त किया था। उसके बावजूद भी ये सब किस आधार पर पोस्ता छान रहे हैं। शंका व्यक्त की जा रही है कि इन व्यापरी द्वारा अवैध मादक (धोला पाली) पदार्थों की तस्करी की जा रही है ।
इस सम्बंध में दोनों से जानकारी मांगी गई तो धीरेन्द्र का कहना है अब पोस्ता का काम नहीं करते हैं, पहले करते थे, और ज्यादा कुछ नहीं कहना।
धीरेन्द्र से जानना चाहा तो फोन बंद था